प्रधानमंत्री अटल योजना क्या है
1-अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana )
भारत सरकार द्वारा चलाई गई एक योजना है जो श्रमिकों और वृद्धावस्था में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से "अटल पेंशन योजना" की शुरुआत 1 जून 2015 को की गई थी। यह योजना उन नागरिकों के लिए विशेष रूप से बनाई गई है जो नियमित पेंशन व्यवस्था से बाहर हैं, जैसे कि घरेलू कामगार, मज़दूर, ड्राइवर, माली, आदि। इस योजना के अंतर्गत सदस्य 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने एक निश्चित राशि की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
2-योजना का उद्देश्य:
इस योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था में वित्तीय सहारा प्रदान करना है। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और वृद्धावस्था में जीवन यापन के लिए सहायता देने के लिए है।
3- पात्रता (Eligibility):
* आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
* उसकी आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
* उसके पास किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता होना अनिवार्य है।
4-पेंशन विकल्प:
योजना के अंतर्गत लाभार्थी को मासिक पेंशन राशि के पाँच विकल्प मिलते हैं:
* ₹1000
* ₹2000
* ₹3000
* ₹4000
* ₹5000
पेंशन की यह राशि लाभार्थी द्वारा चुनी जाती है और इसके अनुसार ही उसे मासिक योगदान देना होता है। जितनी अधिक पेंशन राशि चुनी जाती है, उतना ही अधिक योगदान देना होता है।
5-योगदान प्रणाली:
योजना में आवेदक की आयु के अनुसार योगदान राशि निर्धारित होती है। जैसे-जैसे आयु अधिक होती है, योगदान राशि भी बढ़ती है। यह योगदान हर महीने, हर तिमाही या हर छह महीने में ऑटो-डेबिट के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते से कटता है।
उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति 18 वर्ष की आयु में ₹5000 की पेंशन योजना चुनता है, तो उसे लगभग ₹42 प्रति माह का योगदान देना होगा। वहीं, अगर कोई 35 वर्ष की आयु में ₹5000 की पेंशन योजना चुनता है, तो उसे लगभग ₹246 प्रति माह का योगदान देना होगा।
6-सरकार का योगदान:
यदि लाभार्थी 2015 से 2016 के बीच योजना से जुड़ा था, और वह आयकरदाता नहीं था, तो सरकार ने 5 वर्षों तक हर वर्ष उसके योगदान का 50% या ₹1000 (जो भी कम हो) तक का योगदान किया। हालांकि, यह सुविधा अब नई पंजीकरण के लिए लागू नहीं है।
7- नामांकन प्रक्रिया:
1. नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर योजना का फॉर्म भरें।
2. आधार कार्ड और मोबाइल नंबर प्रदान करें।
3. बैंक खाता योजना से लिंक करें और ऑटो-डेबिट की अनुमति दें।
4. नामांकन के बाद आपको एक स्थायी पेंशन खाता नंबर (PRAN) प्राप्त होगा।
8-योजना के लाभ:
* वृद्धावस्था में सुनिश्चित मासिक पेंशन।
* ऑटो-डेबिट प्रणाली से समय पर भुगतान सुनिश्चित होता है।
* योजना में पति-पत्नी दोनों नामांकन कर सकते हैं।
* लाभार्थी की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को पेंशन मिलती है। यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है, तो नामित व्यक्ति को संचित राशि मिलती है।
9-निष्कर्ष:
अटल पेंशन योजना गरीब और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक सशक्त सामाजिक सुरक्षा उपकरण है। यह उन्हें वृद्धावस्था में आत्मनिर्भर बनाती है और उनके भविष्य को सुरक्षित करती है। यह योजना सरल, सुलभ और सुरक्षित है, जो भारत सरकार के "सबका साथ, सबका विकास" के विजन को साकार करने में सहायक है।
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