विकसित कृषि संकल्प अभियान: किसानों के लिए एक नई रोशनी | उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा में कृषि क्रांति की शुरुआत Viksit Krishi Sankalp Abhiyan in Hindi | Natural Farming | UP Scheme 2025
विकसित कृषि संकल्प अभियान: किसानों के लिए एक नई रोशनी | उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा में कृषि क्रांति की शुरुआत
Viksit Krishi Sankalp Abhiyan in Hindi | Natural Farming | UP Scheme 2025
क्या है विकसित कृषि संकल्प अभियान?
विकसित कृषि संकल्प अभियान (Viksit Krishi Sankalp Abhiyan) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक खास पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक खेती, नई तकनीकों और सस्टेनेबल खेती के तरीकों से जोड़ना है। इस अभियान की शुरुआत विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा राज्यों में की गई है।
इस योजना का मकसद है –
“किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और खेती को लाभकारी एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाना।”
मुख्य उद्देश्य
किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर प्रोत्साहित करना।
मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखना।
रासायनिक खादों पर निर्भरता घटाना।
कम लागत में ज्यादा उत्पादन की तकनीक सिखाना।
महिलाओं और युवा किसानों को ट्रेनिंग देना।
किन किसानों को मिलेगा लाभ?
यह अभियान खास तौर पर उन किसानों को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है जो:
छोटे और सीमांत किसान हैं।
पारंपरिक खेती से प्राकृतिक खेती में आना चाहते हैं।
जैविक खेती, ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, और फसल विविधीकरण जैसी तकनीकों को अपनाना चाहते हैं।
अभियान कहाँ चल रहा है?
उत्तर प्रदेश: अभी तक अभियान के तहत राज्य के 6 ज़िलों में कार्यक्रम हो चुके हैं, जहाँ 44,000 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
त्रिपुरा: यहाँ पर 1.2 लाख से ज़्यादा किसानों को योजना की जानकारी और ट्रेनिंग दी गई।
क्या सिखाया जा रहा है?
इस अभियान में किसानों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और डेमो फॉर्म्स के माध्यम से सिखाया जा रहा है:
बीज उपचार (Seed Treatment)
नीम तेल और गोमूत्र से बना कीटनाशक
वर्मी कम्पोस्ट और जीवामृत बनाना
मिश्रित खेती और रोटेशन तकनीक
सॉयल हेल्थ कार्ड का उपयोग
सरकार का साथ – तकनीकी और आर्थिक मदद
राज्य सरकार और कृषि विभाग द्वारा:
फ्री ट्रेनिंग सेशन कराए जा रहे हैं।
कृषि वैज्ञानिकों की टीम गाँव-गाँव जाकर किसानों से संवाद कर रही है।
डेमो प्लॉट पर खेती करके किसानों को दिखाया जा रहा है कि कैसे लागत कम कर मुनाफा बढ़ाया जा सकता है।
इस योजना के अब तक के नतीजे
राज्य लाभार्थी किसान ज़िले
उत्तर प्रदेश 44,000+ 6
त्रिपुरा 1.2 लाख+ राज्यभर
कैसे जुड़ें इस अभियान से?
आवेदन प्रक्रिया:
अपने नज़दीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या ब्लॉक कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
agriculture.up.gov.in या tripura.gov.in वेबसाइट पर जानकारी लें।
गाँव में आयोजित कृषि जागरूकता शिविर में भाग लें।
क्यों जरूरी है यह अभियान?
भारत की ज़्यादातर ज़मीन पर रासायनिक खादों का अत्यधिक प्रयोग हुआ है।
इससे मिट्टी की गुणवत्ता और किसानों की आमदनी दोनों पर असर पड़ा।
प्राकृतिक खेती से किसानों की लागत घटती है और लाभ बढ़ता है।
यह अभियान भारत के विकसित और टिकाऊ कृषि भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम है।
निष्कर्ष
विकसित कृषि संकल्प अभियान ना सिर्फ खेती के पुराने तरीकों को आधुनिक और प्राकृतिक बना रहा है, बल्कि यह किसानों को आत्मनिर्भर भी बना रहा है। उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा में इसकी सफलता को देखते हुए यह जल्द ही अन्य राज्यों में भी शुरू किया जा सकता है।
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